(निम्नलिखित श्लोक
श्री आदिगुरु शङ्कराचार्य द्वारा लिखित प्रश्नोत्तररत्नमालिका से लिये गये हैं। इन
श्लोकों की विशेषता यह है कि इनमें प्रश्न पूछे गये हैं तथा साथ ही उनके उत्तर भी
दिये गये हैं।)
श्लोक
कः
पथ्यतरः ? धर्मः, कः शुचिरिह ? यस्य मानसं शुद्धम् ।
कः
पण्डितः ? विवेकी, किं विषम् ? अवधीरणा गुरुषु ॥
अन्वय
पथ्यतरः कः ? धर्मः। इह शुचिः कः ? यस्य मानसं शुद्धम् । पण्डितः
कः ? विवेकी । विषम् किं ? गुरुषु वधीरणा ॥
अर्थात्
कल्याणकारी
क्या है ? कर्तव्य । इस लोक में पवित्र क्या है ? जिसका मन शुद्ध हो । विद्वान कौन है ? जो सत्य असत्य का ज्ञान रखता है । विष क्या है ? गुरुओं का अपमान करना अर्थात् उनकी बात का तिरस्कार करना ।
Meaning in English
What is beneficial? Duty. What
is holy in this world? The one whose heart is pure. Who is a scholar? The one who
keeps the knowledge of truth and lie. What is poison? To disrespect the masters
i.e. not to listen to their words.
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